पैगंबर ए इस्लाम ने इंसानियत की खिदमत का पैगाम दिया : कोटवाल गरीब, यतीम व असहाय की मदद करना भूखों को खाना खिलाना इस्लाम है : अबरार संवाददाता बाड़मेर बाड़मेर। थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी द्वारा पैगंबर ए इस्लाम की यौमे पैदाईश जश्ने ईद मिलादुन्नबी महोत्सव पर गैंहू रोड़ स्थित अंध मूक बधिर विद्यालय के दिमाग से माजुर मानसिक विमंदित बालक बालिकाओं को फल फ्रूट, आइसक्रीम वितरण कर भोजन कराया गया। थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी के संयोजक अबरार मोहम्मद ने बताया कि इस्लाम ने मुहब्बत और आपसी भाईचारे का पैगाम दिया है। गरीब, यतीम व असहाय की मदद करना, उन्हें गले लगाना, गरीबों की खिदमत करना व भूखों और जरूरतमंदों को खाना खिलाना व बीमारों की सेवा करना इस्लाम है। सदस्य मुख्तियार भाई नियारगर ने बताया कि सोसाइटी के सदस्यों द्वारा जश्ने ईद मिलादुन्नबी महोत्सव पर मंगलवार को अंध मूक बधिर विद्यालय के 104 बालक बालिकाओं को खाना खिलाकर, आइसक्रीम, फल फ्रूट वितरण किए गए। इस दौरान नेहरू कांग्रेस मंडल के अध्यक्ष शाह मोहम्मद कोटवाल ने कहा कि पैगंबर ए इस्लाम ने अपना पूरा जीवन इंसानियत की खिदमत के लिए समर्पित कर दिया। नबी के सिद्धांत और संदेश सबकी खिदमत सबसे मुहब्बत को आत्मसात कर उनके विचारों से प्रेरणा लेने की जरूरत है। संयुक्त सचिव शौकत शेख, मास्टर मोहम्मद रफीक एपीजे व टीपू सुलतान ने कहा कि इस्लाम में सिर्फ नमाज, रोजा, हज और जकात का नाम इबादत नहीं है। भूखों को खाना खिलाना, प्यासों को पानी पिलाना, भूलने वाले को रास्ता बताना, तकलीफ पहुंचाने वाली चीजों को रास्ते से हटाना भी इस्लाम में इबादत माना जाता है। इस दौरान सत्य साईं विद्यालय के प्रिंसिपल अनिल शर्मा ने मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को जश्ने ईद मिलादुन्नबी पर्व की बधाई और शुभकामनाएं पेश करते हुए थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर परसत्य साईं विद्यालय के प्रॉन्सिपल अनिल शर्मा, वार्डन धर्मपाल, विशेष शिक्षक राजाराम, आत्माराम, बंशीधर, राजेश कांतिवाल, बबली पांडे, सोसायटी के सदस्य मुख्तियार भाई नियारगर, टीपू सुलतान, मोहम्मद रफीक, संयुक्त सचिव शौकत शेख इत्यादि सदस्य मौजूद रहे।
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