सोशल मीडिया पर शुरू हुई क्राउडफंडिंग की मुहिम, अब तक सवा लाख इकट्ठा, सर्पदंश के दौरान कुशीप निवासी केराराम मेघवाल की हुई थी मृत्यु |
सोशल मीडिया पर शुरू हुई क्राउडफंडिंग की मुहिम, अब तक सवा लाख इकट्ठा, सर्पदंश के दौरान कुशीप निवासी केराराम मेघवाल की हुई थी मृत्यु |
संवाददाता कानु सोलंकी
सिवाना। कुदरत ने जब ढाया, किसान-केराराम पर कहर, लील गया उसकी जिंदगी, एक सांप का जहर। गत 19 सितंबर 2023 को अल सवेरे खेत से घर लौटते कुशीप निवासी केराराम मेघवाल को एक सर्प ने डस लिया, जो कि एक पानी के खड्डे में बैठा था। सुबह 5 बजे के अंधेरे में जब वह रास्ते में बराबर देख नहीं पाया तब सर्पदंश का उसे पता चला कि मुझे मौत के आगोश में जाना पड़ रहा है। वह संभला और उस समय सांप को हाथ में ली लकड़ी से उसे मार दिया और जब घर पर आया और आकर बताया कि ऐसी घटना अमुक जगह हो गई है। उसके परिजन और जहां वह खेती बाड़ी का काम कर रहा था, वहां से ग्रामीण विशन सिंह, नारायण लाल व अन्य परिजनों के साथ बालोतरा के राजकीय नाहटा अस्पताल पहुंचे। तब तक बहुत देरी हो चुकी थी क्योंकि सर्प का जहर इतना भयंकर था कि डॉक्टरों ने मात्र 45 मिनट तक पहुंचने का ही समय उचित बताया था। मगर थोड़ा प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे जोधपुर एम्स के लिए रेफर किया गया। 23 सितंबर तक वह बीच में ठीक भी हुआ था, मगर कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। उसने 23 सितंबर को ही दम तोड़ लिया और इस परिवार तथा दुनिया को अलविदा कह दिया। बड़े दुख की बात है कि अपनी पत्नी कमली देवी को और अपनी पांच बच्चियों तथा दो बच्चों को याद करते-करते रोते बिलखते बेहोशी की हालत में एक घंटे बाद में डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजन मृत शरीर को जब अंतिम संस्कार के लिए पैतृक निवास ले आए, तब 90 वर्षीय बूढ़े व बहरे पिता तथा पत्नी-बच्चों के रो-रो कर बुरे हाल थे। छोटी उम्र में जब केराराम चार साल के थे, तब ही माताजी चल बसी थी। और कोई इस दुखड़े की कहानी को देख रहा था या सुन रहा था, सभी भावुक होकर स्तब्धता के साथ में देख रहे थे। करे भी तो क्या करें, फैसला कुदरत का था। सात संतानों को लेकर अब कमली पति के निधन के बाद दुख की राग अलापती है, जिससे पूरे गांव में कोहराम मच गया है। सुरेश जो मात्र 2 वर्ष का छोटा अबोध बालक है, उसके साथ ही दो बच्चियों जो बिल्कुल नासमझ है। पांच भाई-बहन राजकीय विद्यालयों में पढ़ते हैं, जिसमें देवाराम बड़ा लड़का नवमी कक्षा में पढ़ता है। जिसने भी आया सरकारी योजनाओं को लेकर बातें की। इनके नजदीकी रिश्तेदार नारायण सोलंकी, भटा राम पुंसल व जेठाराम ने सोशल मीडिया से चर्चा कर मानवता के नाते मेघवाल शिक्षा एवं विकास संस्थान कुशीप के बैनर तले 50,000 रुपये की नकद राशि देकर सहयोग प्रदान किया। इन्होंने सरकारी योजनाओं के लिए दस्तावेज पूर्ण करने और बैंक में खाता खुलवाने के लिए भी अपना पूरा योगदान दिया। विडम्बना यह भी है कि-उनके घर में बिजली या पानी का कनेक्शन भी आज तक नहीं है और ना ही केराराम या कमली देवी के नाम से कोई सरकारी सुविधाएं, मुआवजा या लाभ दिया गया है। जबकि सरकार और प्रशासन अनुसूचित जाति वर्ग के तरह-तरह के फायदे देने का ढिंढोरा पीटते हैं। रीको डायरेक्टर सुनिल परिहार और ग्राम पंचायत कुशीप के सरपंच हुकम सिंह खींची, हेमाराम पंचायत समिति सदस्य ने भी यहां शिरकत कर सहयोग देने का आश्वासन दिया, जिनके साथ जाकिर हुसैन बेलिम, समाज सेवी सुरेश कुमार माली, शैतान सिंह खींची, मदन सिंह रावणा राजपूत भी थे। इस मौके पर लक्ष्मण राम, गोरखाराम, ढलाराम, राणाराम, हरा राम, बगदाराम, जेठाराम, मीठा राम, भटाराम, नारायण सोलंकी तथा राजस्थान मेघवाल परिषद से मोटा राम पंवार भी उपस्थित थे। इस दुख की घड़ी में यदि कोई भामाशाह, कर्मचारी, अधिकारी व्यापारी आगे आए और इन बच्चों के बालिग होने तक पढ़ने लिखने का जिम्मा ले तो मानवता से सराबोर काम होगा। भीख सिंह जैसे अन्य भामाशाहों ने भी इनके सहयोग में अपनी उदारता का परिचय दिया। भूमिहीन लक्ष्मी, देवाराम, निरमा, सीमा, ममता भावना और सुरेश पर टूटा दुखों का पहाड़, जिन्हें दयावान भामाशाह ही उबार पाएंगे, वरना इस दुखद घड़ी में भला कौन साहस जुटायेगा। एक समय वो भी था जब इन मासूमों के दादा मसराराम इस गांव के बलिष्ठ व्यक्ति थे, किसी मजबूत गाड़ी को पीछे से मजाक मजाक में उठा लेते थे। जो आज सबसे कमजोर व पिछली पंक्ति में है। आज खुद कुदरत ने उन्हें मजाक बना दिया है। बुढ़ापे की लाठी टूट गई और अपनी लाचारी दिखाते हुए समाज बंधुओ को अपनी बात कहते-कहते गला रुंध जाता है।
इन्होंने भी किया सहयोग:
सर्पदंश के दौरान कुशीप निवासी मृतक केराराम मेघवाल के लिए 36 कौम के मानवतावादी लोग सहयोग के लिए आगे आ रहे है। और सोशल मीडिया पर क्राउडफंडिंग के जरिए परिवार को आर्थिक सहयोग भी कर रहे है। जिसमें मेघवाल समाज विकास एवं शिक्षा सेवा संस्थान कुसीप 50,000, भगवतसिंह खींची 11000, परबतसिंह करणोत 11000, हरकाराम सुथार 2100, राणाराम सुथार 2500, किशन पुत्र प्रताप राम सुथार 2100, राम भरोसे 50 किलो गेंहू व 21000, जोगाराम देवासी 2100, नारायण पांचल मेली 1100, वेलाराम पुंसल मवडी़ 1100, मालाराम मेघवाल अर्जियाना 1100, देवाराम बोस 500, जगदीश व्यास 500, पोकरराम राणावत 1000, भरत घारू बालोतरा 1100, गुलाबा राम जसोल 2100, पुष्पेंद्र पांचल तहसीलदार 2100, भीमेश नामा बिठुजा 501, अचलाराम सराना 501, राजेश 500, पूंजाराम 500, सुरेश कुमार सोलंकी प्रधानाचार्य 1100, घेवरराम मेघवाल खेजड़ियाली 500, भोमाराम पुत्र अनाराम मोकलसर 500, सुरेश जीनगर 500, मालाराम बारूपाल चिरडिया 500, जगदीश मेघवाल प्रधानाचार्य ढूंढा 500, सागरमल सोलंकी जसोल, 1100, भंवरलाल महिलावास 200, तगाराम मेघवाल मोतीसरा 500, दलाराम चौहान करमावास 500, अखिलेश परिहार 500, बलवंत मेघवाल 1100, पारसमल सोलंकी 500, नीरज डांगी मोतीसरा 1000 सहित कई लोगों ने सहयोग किया है और कर भी रहें हैं।
इस पर करे सहयोग:
खाता धारक का नाम- कमली, केराराम की पत्नी
बैंक का नाम एचडीएफसी बैंक सिवाना
खाता नंबर- 50100650606670
IFSC-HDFC0005253
फोन पे/गुगल पे- 9929329760
लाइक
डिसलाइक
Love
Angry
Sad
मज़ेदार
Wow
बोर्ड परीक्षा के प्रथम दिन एबीवीपी ने परीक्षार्थियों को दी बधाई एवं शुभकामनाएं
Mar 05, 2024बालोतरा शहर से लेकर गाँवो तक मे आज 6 घण्टे बिजली रहेगी गुल , कई इलाके होंगे बिजली कटौती से प्रभावित
दिसंबर 24, 2023बोर्ड परीक्षा के प्रथम दिन एबीवीपी ने परीक्षार्थियों को दी बधाई एवं शुभकामनाएं
मार्च 05, 2024
टिप्पणियाँ 0