बाड़मेर : शहर के गांधी नगर निवासी सुल्तान सिंह राठौड़ रावणा राजपूत ने अनूठी पहल करते हुए उसकी शादी के 20 वर्ष बाद पुत्र रत्न वीरप्रताप सिंह राठौड़ का जन्म हुआ था उसी समय प्रतिज्ञा ली भगवान मेरी सुनी मुझे पुत्र प्राप्त हुआ है इस खुशी के अवसर मानव कल्याण की सेवा भावना जागी उसी समय इस शरीर को मानव कल्याण के लगाना है और अपने पुत्र के जन्मदिवस पर अपने शरीर को मेडिकल कॉलेज में देहदान करना है। डां खेतसिंह धांधू चौखला की प्रेरणा से आज अपने पुत्र वीरप्रताप सिंह के जन्मदिवस पर देहदान का शपथ पत्र मेडिकल कॉलेज में दिया। सभी डाक्टर ने इस पहल को सराहनीय बताया और कहा कि युवाओं को आगे आना चाहिए । इस मानव कल्याण सेवा के लिए हरिसिंह राठौड़ ने बताया मेरे छोटे भाई जो अपने मन जो विचार बनाया है कि आने वाले युवा मेडिकल कॉलेज में उनको अभ्यास और सीखने के लिए मानव अंग ओर शरीर काम आएगा भाई ने जो कदम उठाया सराहनीय है । इस अवसर पर भुर सिंह दोहट, नारायण सिंह पंवार, हरिसिंह राठौड़, भोम सिंह कुंपावत, सवाई सोनी, देवीसिंह राठौड़, विजय जैलिया, जसवंत सिंह राठौड़, तन सिंह इंदा, ओम सिंह परमार, मोहन सिंह परिहार अनेक बंधु गण शामिल हुए।