बारावफात के अवकाश के बावजूद भी संचालित हो रही थी स्कूल, सूचना पर पहुँची मीडिया की टीम, आनन-फानन में कि स्कूल की छुट्टी |
बारावफात के अवकाश के बावजूद भी संचालित हो रही थी स्कूल, सूचना पर पहुँची मीडिया की टीम, आनन-फानन में कि स्कूल की छुट्टी |
संवाददाता सिवाना
सिवाना। उपखंड क्षेत्र के निजी स्कूल लगातार सरकार और प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाने में लगे हुए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है की, शिक्षा विभाग निजी स्कूलों द्वारा आदेश न मानने पर भी उनके खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाता, इसलिए निजी स्कूल संचालकों के मन से सरकार और प्रशासन का भय खत्म हो गया है। बता दें कि 28 सितम्बर को राज्य सरकार द्वारा बारावफात के दिन अवकाश घोषित किया गया था। उसके बावजूद भी उपखंड क्षेत्र के मोकलसर कस्बे में नेशनल हाइवे 325 पर स्थित एक निजी स्कूल भगवान पार्श्वनाथ आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय मोकलसर में सरकार के आदेशों को साइड में रखकर खुला हुआ नजर आया। बच्चों को पढ़ाई के लिए स्कूल बुलाया गया था। जिसकी सूचना मीडिया को मिली तब मीडिया ने हकीकत जानने के लिए ग्राउंड जीरो पर रिपोर्टिंग की तब सच सामने आया कि विद्यालय संचालित हो रहा था, शिक्षक क्लासेज लेने में व्यस्त थे, वहीं कई क्लासों में शिक्षक नही थे। स्टाफ को संस्था प्रधान के बारे के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि वो किसी मीटिंग में, इंचार्ज को पूछा तो वो संतोषजनक जवाब नही देते हुए सवाल टालते नजर आए। अन्य स्टाफ को पूछने पर जानकारी नही होने का हवाला दिया गया। उसके बाद विद्यालय ने आनन फानन में स्कूल की छुट्टी कर बच्चों को घर भेज दिया। इस बीच सबसे बड़ा सवाल तो यह कि आखिर सरकारी अवकाश होने के बावजूद भी बच्चों को स्कूल कैसे बुलाया गया? जबकि इसकी सूचना विद्यालय को पहले देनी चाहिए थी। जबकि ऐसा नही किया।
तो क्या इस विद्यालय की शिविरा अलग हैं ?:
जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग द्वारा सत्र प्रारम्भ होने से पूर्व एक शिविरा जारी करता हैं, जिसमें किस तारीख को क्या हैं, सब कुछ अंकित होता हैं। जिसमें 28 सितम्बर को बारावफात का सरकारी व निजी विद्यालयों में अवकाश दर्शाया गया हैं। इसके बावजूद यह विद्यालय संचालित हो रहा था, इससे प्रतीत होता हैं कि या तो यह विद्यालय शिक्षा विभाग द्वारा जारी शिविरा को नही मानता या फिर शिक्षकों ने जानबूझकर अवकाश नही रखा..?
आनन फानन में कर दी छुट्टी:
मीडिया की टीम सूचना पर जब विद्यालय पंहुचीं तो विद्यालय संचालित हो रहा था, पूछने पर कोई संतोषजनक जवाब नही दे पाए, और यह कहते नजर आए हमें जानकारी नही थी, इसलिए बच्चों को बुला दिया फिर आनन फानन में विद्यालय की छुट्टी कर बच्चों को घर भेज दिया।
पूर्व में भी नियमों की उड़ा चुका हैं यह विद्यालय धज्जियां:
ज्ञात हों कि जनवरी माह में सर्दी का कहर था। ठिठुरन भरी शर्दी को मध्य नजर रखते हुए कलेक्टर ने अवकाश जारी किया था। लेकिन उस वक्त भी यह विद्यालय कलेक्टर के आदेश को ठेंगा दिखा कर संचालित हो रहा था। शिक्षा विभाग द्वारा लीगल कार्यवाही नही होने की वजह से एक बार फिर से सरकारी नियमों को अनदेखा किया गया।
संस्था प्रधान ने कॉल उठाने की नही उठाई जहमत:
इस संबंध में विद्यालय के संस्था प्रधान नरेंद्र व्यास से दूरभाष पर इनका व्यू जानने के लिए रिपोर्टर द्वारा 5 से 6 बार कॉल किया गया लेकिन फोन नो रिप्लाई रहा
इनका कहना:
"मैं किसी मीटिंग के लिए बाहर जा रहा हु, आज बारावफात के अवकाश के दिन विद्यालय चल रहा है तो में अभी संस्था प्रधान से बात करता हुँ।
- रणछोड़राम, पीईईओ मोकलसर
"इसकी सूचना मुझे सुबह में मिली थी, इस पर विद्यालय की छुट्टी कर दी गई थी। एक ही दिन में दो पर्व होने की स्थिति में असमंजस की स्थिति थी। मैं खुद जाकर कार्यवाही करूँगा।
- हनुमान राम चौधरी, एसीबीईओ सिवाना
"अवकाश के दिन भी अगर विद्यालय संचालित हो रहा है तो यह गलत है। इसको में सीबीईईओ के माध्यम से पाबंद करवाता हुँ।
- दिनेश बिश्नोई, उपखंड अधिकारी सिवाना
लाइक
डिसलाइक
Love
Angry
Sad
मज़ेदार
Wow
बोर्ड परीक्षा के प्रथम दिन एबीवीपी ने परीक्षार्थियों को दी बधाई एवं शुभकामनाएं
Mar 05, 2024बालोतरा शहर से लेकर गाँवो तक मे आज 6 घण्टे बिजली रहेगी गुल , कई इलाके होंगे बिजली कटौती से प्रभावित
दिसंबर 24, 2023बोर्ड परीक्षा के प्रथम दिन एबीवीपी ने परीक्षार्थियों को दी बधाई एवं शुभकामनाएं
मार्च 05, 2024
टिप्पणियाँ 0